प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भारतीय संविधान की तैयारी के 10 असरदार तरीके

दोस्तों आज की इस पोस्ट में हम आपको बताने जा रहे हैं कि प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भारतीय संविधान की तैयारी कैसे करें | सरकारी नौकरी के लिए आयोजित लगभग सारी प्रतियोगी परीक्षाओं में भारतीय संविधान व राजव्यवस्था से कई प्रश्न पूछे जाते हैं और सरकारी नौकरी के चयन में यह विषय अच्छी खासी भूमिका निभाता है|

भारतीय संविधान की तैयारी कैसे करें Indian Constitution Preparation Tips in Hindi
Indian Constitution Preparation Tips in Hindi

भारतीय संविधान (Indian Constitution) से जुड़े प्रश्न लगभग हर प्रतियोगी परीक्षा में पूछे जाते हैं — चाहे वह UPSC, SSC, रेलवे, बैंकिंग, राज्य PSC हो या शिक्षक भर्ती। संविधान एक ऐसा विषय है जो आपको न केवल अंक दिला सकता है, बल्कि आपके सामान्य अध्ययन के फाउंडेशन को भी मज़बूत करता है।

भारतीय संविधान की तैयारी कैसे करें

अक्सर प्रतियोगी छात्रों का यह प्रश्न होता है कि भारतीय संविधान की पढ़ाई कैसे करें या भारतीय संविधान व राजव्यवस्था विषय को सरकारी परीक्षाओं के लिए कैसे तैयार करें इस पोस्ट में हम आपको राजनीति विज्ञान के भाग के बारे में विस्तार से बताएंगे ताकि आप सिलसिलेवार तरीके से टीजीटी पीजीटी समीक्षा अधिकारी सहायक समीक्षा अधिकारी सहायक अध्यापक पीसीएस लोअर पीसीएस जैसी परीक्षाओं के लिए भारतीय संविधान व राजव्यवस्था विषय को अच्छे से तैयार कर सकते हैं|

भारतीय संविधान व राजव्यवस्था को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार करने के लिए सबसे पहले आपको विषय वस्तु पर ध्यान देने की जरूरत है और अपने पूर्व ज्ञान को भी समायोजित करने की जरूरत होगी| अगर आप किसी ऐसी सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं जिसमें प्रश्न पत्र में भारतीय संविधान के प्रश्न बहुविकल्पीय मॉडल में पूछे जा रहे हैं तो आपको अपनी तैयारी को अलग स्तर पर करना होगा और व्याख्यात्मक उत्तर वाले प्रकृति के एग्जाम में आपको अपनी तैयारी को अलग स्तर पर करना होगा

भारतीय संविधान व राज व्यवस्था के सिलेबस को पूरी रूप से आत्मसात कर ले

दोस्तों भारतीय संविधान एवं राज व्यवस्था के सिलेबस को पूरी तरीके से दृष्टिगोचर कर ले सबसे पहले भारतीय संविधान के सारे भाग और उनके अंतर्गत आने वाले अनुच्छेदों को ध्यान पूर्वक पढ़ ले

एक मुख्य बिंदु और उसके अंतर्गत अन्य बिंदुओं को व्यवस्थित कर ले

दोस्तों यहां पर कहने का यह तात्पर्य है कि आप भारतीय संविधान व राजव्यवस्था के सिलेबस को बिंदुवार नोट कर ले| जैसे मूल अधिकार मूल कर्तव्य संसद राज्य न्यायपालिका पंचायत में और आयोग

  • अब एक-एक बिंदु को उठाते जाएं और अपने अध्ययन सामग्री को सामने रखते हुए उसके उप बिंदु बनाते जाएं जैसे संसद के अंतर्गत लोकसभा राज्यसभा और राष्ट्रपति, न्यायपालिका के अंतर्गत सर्वोच्च न्यायालय उच्च न्यायालय अधीनस्थ न्यायालय, राज्य के अंतर्गत विधान परिषद व विधानसभा|
  • स बसे पहले भाग 1,2, 3 और संविधान की प्रस्तावना को अध्ययन कर लें जिसके अंतर्गत मूल अधिकार नागरिकता संघ संघ राज्य क्षेत्र आदि सब आ जाएंगे
  • फिर मूल कर्तव्य व राज्य के नीति निदेशक तत्वों को कंप्लीट करें
  • राष्ट्रपति उपराष्ट्रपति लोकसभा राज्यसभा लोकसभा अध्यक्ष राज्यसभा अध्यक्ष प्रधानमंत्री मंत्री परिषद जैसे विषयों के बारे में पूरा पढ़ें| भारत के महान्यायवादी वह महानियंत्रक लेखा परीक्षक कैग को पूरी तरीके से पढ़ डालें
  • अगले चरण में सुप्रीम कोर्ट की शक्तियां हाई कोर्ट की शक्तियां जिसमें की रिट जारी करने की शक्ति पीआईएल लोक अदालत फैमिली कोर्ट जैसे विषयों को पूरी तरीके से पढ़ ले|
  • उसके बाद राज्य के अंतर्गत राज्यपाल मुख्यमंत्री विधानसभा राज्य का मंत्रिमंडल मंत्री परिषद विधान परिषद विधानसभा अध्यक्ष के बारे में पढ़ डालें|

पंचायती राज्य से भी कई सारे बार परीक्षाओं में पूछे गए हैं 73 वा संशोधन संशोधन , ग्राम पंचायत नगर पंचायत जैसे सब्जेक्ट को पूर्ण रूप से अध्ययन कर डालें| वित्त आयोग नीति आयोग निर्वाचन आयोग लोक सेवा आयोग समितियां( प्राक्कलन समिति, लोक लेखा समिति), प्रशासनिक अधिकरण, आपात उपबंध, राजभाषा जैसे विषयों को पढ़ने के बाद एक बार सरसरी निगाह भारतीय संविधान की अनुसूचियां पर डालें|

अधिक से अधिक प्रश्नों को हल करने का प्रयास करें मॉडल पेपर का यूज करें विगत वर्षों के प्रश्नों का पुनरावलोकन करें और तय समय में उन्हें सॉल्व करने की कोशिश करें इस तरह के प्रयास आपको भारतीय संविधान व राजव्यवस्था सिलेबस को पूर्ण रूप से तैयार करने में मदद करेंगे और आप आगामी परीक्षाओं में अधिक से अधिक नंबर प्राप्त कर सकेंगे

प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भारतीय संविधान की तैयारी के 10 असरदार तरीके

1. NCERT से शुरुआत करें

भारतीय संविधान की तैयारी कैसे करें Tip -1 : 6वीं से 12वीं तक की NCERT Civics की किताबें पढ़ें। ये सरल भाषा में संविधान के मूलभूत सिद्धांतों को समझाने में मदद करती हैं।

2. लक्ष्य आधारित पढ़ाई करें

हर परीक्षा के सिलेबस में संविधान से जुड़े अलग-अलग भाग पूछे जाते हैं। UPSC में गहराई से पूछा जाता है, जबकि SSC या रेलवे में तथ्यात्मक प्रश्न आते हैं। सिलेबस देखकर पढ़ाई की योजना बनाएं।

3. महत्वपूर्ण टॉपिक्स को पहचानें

  • संविधान की प्रस्तावना (Preamble)
  • मौलिक अधिकार व कर्तव्य
  • राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, संसद, सुप्रीम कोर्ट
  • संविधान निर्माण, संविधान सभा
  • केंद्र-राज्य संबंध
  • आपातकालीन प्रावधान
  • 73वां और 74वां संशोधन (पंचायती राज)
  • संवैधानिक संशोधन

4. एक भरोसेमंद पुस्तक चुनें

कुछ लोकप्रिय किताबें हैं:

  • M. Laxmikanth (Indian Polity) – UPSC के लिए
  • Lucent GK Book – SSC/रेलवे के लिए
  • Drishti या Vision IAS Notes – हिंदी माध्यम के छात्रों के लिए

5. शॉर्ट नोट्स बनाएं

हर टॉपिक के छोटे-छोटे बिंदु लिखें। इससे रिवीजन तेज़ होता है और परीक्षा के पहले दिन तक सब कुछ याद रहता है।

6. मॉक टेस्ट और PYQ (Previous Year Questions) लगाएं

हर हफ्ते मॉक टेस्ट देने की आदत डालें। इससे आप प्रश्नों के पैटर्न और टाइम मैनेजमेंट को समझ पाएंगे।

7. Flashcards और क्विज़ का प्रयोग करें

Flashcards से अनुच्छेद, संशोधन और तिथियाँ जल्दी याद की जा सकती हैं। कई मोबाइल ऐप्स जैसे Pocket Law Guide या Testbook का प्रयोग करें।

8. समाचार और वर्तमान घटनाओं से जोड़ें

यदि कोई संवैधानिक मुद्दा सुर्ख़ियों में है, तो उसके संदर्भ में संबंधित अनुच्छेद और प्रावधान को समझें।

9. Revision को प्राथमिकता दें

हर रविवार को सिर्फ रिवीजन करें। बिना दोहराए, संविधान जैसे विषय में भूलना आम बात है।

10. वीडियो लेक्चर्स और ऑडियो पॉडकास्ट सुनें

YouTube पर Unacademy, Study IQ, और Drishti IAS के वीडियो से आप बेहतर समझ बना सकते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

Q. क्या सिर्फ Lucent से संविधान की तैयारी हो सकती है?
अगर आप SSC, रेलवे या बैंकिंग जैसी परीक्षा दे रहे हैं तो हां, Lucent पर्याप्त है। लेकिन UPSC/PCS के लिए Laxmikanth ज़रूरी है।

Q. कितने दिनों में संविधान की तैयारी हो सकती है?
अगर आप रोज 1-2 घंटे समर्पित रूप से पढ़ते हैं, तो 25-30 दिनों में अच्छे स्तर की तैयारी हो सकती है।

Q. क्या संविधान के अनुच्छेद (Articles) याद करना ज़रूरी है?
हां, खासकर मौलिक अधिकार, राष्ट्रपति, संसद, आपातकाल आदि से संबंधित अनुच्छेद ज़रूरी हैं।

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