आईएएस कैसे बने – आईएएस परीक्षा की तैयारी के टिप्स – IAS Kaise Bane

भारत का सबसे प्रतिष्ठित एवं कठिन एग्जाम आईएएस (IAS) का होता है |  आईएएस कैसे बने – आईएएस परीक्षा की तैयारी के टिप्स – IAS Kaise Bane-  वैसे यह एग्जाम आईएएस का भले ही कहा जाता हो मगर इसका असली नाम है संघ लोक सेवा आयोग सिविल सेवा परीक्षा | इस परीक्षा के द्वारा ही आईएएस IAS, आईपीएस IPS, आईएफएस IFS ,आई आर एस IRS  जैसे अखिल भारतीय सेवाओं और केंद्रीय सेवाओं के लिए चयन किया जाता है |

 यह तो हम सभी जानते हैं कि संघ लोक सेवा आयोग (यू०पी०एस०सी०) सिविल सेवा परीक्षा आयोजित कराता है, और यह देश की एक कठिन व प्रतिष्ठित परीक्षा है। फिर भी लाखों युवा छात्र देश के कोने-कोने से इस परीक्षा की तैयारी करते हैं और एक आई०ए०एस० और आईपीएस अफसर बनने का सपना देखते हैं। आईएएस कैसे बने – आईएएस परीक्षा की तैयारी के टिप्स – यदि हम इस परीक्षा की प्रक्रिया व प्रकृति को देखें तो हम पायेंगे कि इस परीक्षा में सफलता पाने के लिये हमें चाहिये कि हम एक सटीक रणनीति और व्यवस्था के साथ तैयारी करें। सामान्यत: एक अभ्यर्थी यदि इस परीक्षा की तैयारी स्नातक स्तर से ही शुरू कर दें तो यह भी संभव है कि इस सेवा में जाने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है, और अभ्यार्थी सफलता पूर्वक इस प्रतिष्ठित सेवा में अपना भविष्य निर्धारित कर सकते हैं ।

आईएएस (Indian Administrative Service) बनने के लिए आपको एक कठिन प्रक्रिया से गुजरना होता है, जिसमें संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा पास करना शामिल है। इस परीक्षा की तैयारी के लिए आपको धैर्य, कड़ी मेहनत, और सही रणनीति अपनाने की आवश्यकता होती है। यहाँ आईएएस बनने की पूरी प्रक्रिया दी गई है:

आईएएस कैसे बने -सिविल सेवा परीक्षा की बेसिक जानकारी


1. पात्रता

  • शैक्षिक योग्यता: किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक (बैचलर डिग्री) अनिवार्य है।
  • आयु सीमा:-
  • सामान्य श्रेणी: 21 से 32 वर्ष
  • ओबीसी: 21 से 35 वर्ष (3 साल की छूट)
  • एससी/एसटी: 21 से 37 वर्ष (5 साल की छूट)
  • विकलांग (PWD): अतिरिक्त 10 साल की छूट

2. सिविल सेवा परीक्षा की संरचना

UPSC परीक्षा तीन चरणों में आयोजित होती है:

(a) प्रारंभिक परीक्षा (Prelims)

  • प्रारूप:
  1. सामान्य अध्ययन (GS) पेपर-1
  2. सिविल सेवा एप्टीट्यूड टेस्ट (CSAT)
  • प्रकृति: ऑब्जेक्टिव टाइप (MCQs)
  • कटऑफ: केवल GS पेपर-1 के आधार पर, CSAT में न्यूनतम 33% अंक आवश्यक।

(b) मुख्य परीक्षा (Mains)

  • प्रारूप:
  1. 9 पेपर (2 क्वालिफाइंग और 7 मेरिट पेपर)
  2. निबंध, सामान्य अध्ययन (4 पेपर), और वैकल्पिक विषय (2 पेपर)।
  • प्रकृति: लिखित परीक्षा, वर्णनात्मक।

(c) साक्षात्कार (Interview)

  • अंतिम चरण, जिसमें आपकी व्यक्तित्व, निर्णय क्षमता, और प्रशासनिक समझ का मूल्यांकन किया जाता है।

3. तैयारी की रणनीति

  1. सिलेबस को समझें: सिलेबस का गहन अध्ययन करें और उसके अनुसार अपनी तैयारी की योजना बनाएं।
  2. पढ़ाई के लिए सही सामग्री:
  • NCERT की किताबें (कक्षा 6 से 12 तक)
  • प्रतिष्ठित स्रोत जैसे कि Laxmikant (राजनीति), Spectrum (इतिहास), और Newspaper (The Hindu या Indian Express)।
  1. समय प्रबंधन: रोज़ाना पढ़ाई के घंटे तय करें।
  2. परीक्षा की प्रैक्टिस करें: पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र हल करें और मॉक टेस्ट दें।
  3. करंट अफेयर्स पर ध्यान दें: रोज़ाना समाचार पढ़ें और नोट्स बनाएं।
  4. स्वास्थ्य का ध्यान रखें: नियमित व्यायाम और पर्याप्त नींद लें।

4. आवेदन प्रक्रिया

  • UPSC की आधिकारिक वेबसाइट https://upsc.gov.in पर जाकर परीक्षा के लिए आवेदन करें।

5. परीक्षा और चयन के बाद

परीक्षा में सफल होने के बाद, आपको लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (LBSNAA), मसूरी में प्रशिक्षण के लिए भेजा जाएगा। प्रशिक्षण पूरा करने के बाद, आपको आईएएस अधिकारी के रूप में नियुक्त किया जाएगा।


महत्वपूर्ण सुझाव

  • धैर्य और निरंतरता सबसे ज़रूरी हैं।
  • एक सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखें।
  • उचित गाइडेंस या कोचिंग (यदि आवश्यक हो) लें।

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आईएएस कैसे बने –  IAS kaise bane 

इस वेबसाइट  के माध्यम से इस आलेख में हम स्नातक शिक्षा चरण के अभ्यार्थियों को आई०ए०एस० कैसे बने  ये बताएंगे जिससे छात्र एक अचूक रणनीति बनाकर आगे बढ़ सकें और अपने सपने साकार कर सकें ।

मुख्यत: इस कठिन परीक्षा में सफलता पाने के लिये अभ्यर्थीयों में शैक्षिक योग्यता के साथ अनुशासन व धैर्य होना अतिआवश्यक है, और एक समझदार अभ्यर्थी को यह चाहिये कि वह इस परीक्षा की तैयारी शुरू करने से पहले यह निर्धारित कर ले कि उसमे पर्याप्त व उचित योग्यता, अनुशासन और धैर्य है, जिससे वह इस परीक्षा में निश्चित सफलता प्राप्त कर सके । अपनी क्षमताओं का सही आकलन करके ही आप आईएएस या आईपीएस जैसे उच्च पदों के लिए परीक्षा पास कर सकते हैं |

कब से शुरू कर देना चाहिए आईएएस की तैयारी


ग्रेजुएशन या स्नातक  की पढ़ाई का समय विद्यार्थी जीवन का सबसे रोमांचक काल माना जाता है। यही आईएएस की तैयारी शुरू करने के लिहाज से भी स्वर्णिम समय कहा जाता है। आम तौर पर ग्रेजुएशन का पहला और दूसरा साल काफी तनावरहित रहता है, जिससे आईएएस की आरंभिक तैयारी अच्छे से की जा सकती है। यह तैयारी सेल्फ स्टडी के रूप में भी की जा सकती है और किसी कोचिंग क्लास के जरिए भी। इस परीक्षा के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता ग्रेजुएशन ही है।

इसलिए ग्रेजुएशन पूरा करते ही उम्मीदवार यूपीएससी परीक्षा में बैठ सकते हैं और इस दौरान परीक्षा के प्रारूप  में कोई बड़ा बदलाव आने की संभावना भी न के बराबर रहती है। इस समय  तैयारी शुरू करने से एक फायदा यह भी होता है कि आप स्नातक डिग्री पाते ही यूपीएससी परीक्षा में अपना पहला प्रयास कर सकते हैं व आपके पास और प्रयासों के लिए पर्याप्त समय भी रहता है और उत्साह भी। आईएएस टॉपर्स में सबसे बड़ी संख्या उन्हीं युवाओं की है, जिन्होंने स्नातक वर्षों  के दौरान इस परीक्षा की तैयारी शुरू की थी। अगर नुकसान की बात की जाए, तो यह हमें स्वीकार करना पड़ेगा कि ग्रेजुएशन की पढ़ाई के साथ-साथ ही आईएएस की पढ़ाई करने से हमारे  पास एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज के लिए समय नहीं रह पाता, जोकि सीखने की प्रक्रिया का अहम हिस्सा है। सच तो यह है कि महज किताबी कीड़ा बने रहना अंतत: आईएएस परीक्षा में कामयाबी पाने के लिहाज से भी मददगार नहीं होता।

आप समाज से कट कर अध्ययन तो कर सकते हैं मगर इससे आपके व्यक्तित्व का दिया बुझ सकता है

अपने अध्ययन सामग्री व रणनीति निर्धारण करना


सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए सामान्यत: दो से तीन वर्ष का समय पर्याप्त माना जाता है, परन्तु यह भी आवश्यक है कि एक अभ्यर्थी अपने पठन/पाठन तथा उसकी विषयवस्तु की समझ व आधारभूत आवश्यताओं का पालन करें। यदि ऐसा हो तो इस परीक्षा में सफलता मिलने की संभावना और अधिक बढ़ जाती है, और यह योजना एक अभ्यार्थी अपनी स्नातक शिक्षा के साथ-साथ बना व समझ सकता है।

कौन कौन सी किताबे और मैगज़ीन पढ़े


जो लोग ये दिन रात सोचते हैं कि आईएएस कैसे बने उनके लिए किताबो और पाठ्य सामग्री का चयन भी महत्वपूर्ण प्रक्रिया है | इस परीक्षा की तैयारी के प्रारंभ मे अभ्यार्थी को सर्वप्रथम एन०सी०ई०आर०टी० (NCERT)की किताबों का अध्ययन करना होगा, जिससे छात्र अपनी आधारभूत, विश्लेषणात्मक व भाषा की समझ और क्षमता का भी विकास कर पायेगा। साथ ही साथ सिविल सेवा परीक्षा के पाठ्यक्रम का अध्ययन भी इस परीक्षा की तैयारी की दृष्टि सेअति आवश्यक है, याद रहे कि योजना और रणनीति के अनुसार ही सभी प्रकार के अध्ययन कार्य का अनुपालन करना होता है। आम तौर पर यह पाया गया है कई छात्र अपनी स्नातक शिक्षा में चयनित विषयों मे से ही एक विषय इस परीक्षा के मुख्य चरण के लिये चुनते है, और विषय निर्धारित करने के उपरांत अभ्यार्थी को अपनी स्नातक शिक्षा के चलते ही चयनित वैकल्पिक विषय का अध्ययन शुरू कर देना होता है। इसके लिये छात्र उस विषय के अनुरूप किताबें व अध्ययन सामग्री का चयन कर सकते हैं।

सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिये अभ्यार्थियों को कई प्रकार की अध्ययन सामग्री व विषय क्षेत्रों जैसे समसामयिक मुद्दो के लिये द-हिन्दू, ईण्डियन एक्सप्रेस जैसे न्यूज़ पेपर (समाचार पत्रों) व बीबीसी / डीडी न्यूज बुलेटिन (BBC or DD News) इत्यादि का दैनिक उपयोग करना होता है। और इसी प्रकार की अध्ययन प्रणाली से छात्र समसामयिक मुद्दो की तैयारी करते हैं जो कि परीक्षा में सफलता पाने के दृष्टिकोण से लाभदायक सिद्ध होता है।

गत वर्षों में प्रारंभिक परीक्षा प्रश्नपत्र में समसामयिक मुद्दो से संबंधित प्रश्नों का अच्छा अनुपात रहा है अत: यह अध्ययन सामग्री का यह भाग अतिमहत्वपूर्ण होता है। छात्रों को यह चाहिये कि वे अध्ययन के लिये उचित पुस्तकों का चयन करें और उनका समुचित तरीके से अध्ययन करे। यह भी जरूरी है कि प्रारंभ मे उच्चस्तरीय किताबों के बदले छात्र उन किताबों से अध्ययन करे जिनमें सरल व बुनियादी जानकारी दी गयी हो, जैसे एन०सी०ई०आर०टी० और एन०आई०ओ०एस० (NIOS) की पुस्तकें जो की आनलाईन नि:शुल्क भी उपलब्ध हैं। बुनियादी व आधारभूत जानकारी का अध्ययन करने के पश्चात छात्र उस विषय के लिये विस्तृत अध्ययन हेतु उपयुक्त पुस्तकों व अध्ययन सामग्री का उपयोग कर सकते हैं।

हम यहाँ आपको कुछ पुस्तकों और मैगज़ीन के नाम सुझाव दे रहे हैं जो कि आईएएस अभ्यर्थियों के बीच बहुत लोकप्रिय हैं |

भारतीय संविधान : डी डी बसु, एम लक्ष्मीकान्त
सामान्य अध्ययन : NCERT की पुस्तके , अरिहंत, यूनिक सामान्य अध्ययन
मैगज़ीन : भारत या इंडिया , मनोरमा इयर बुक , विज्ञान प्रगति , योजना , कुरुक्षेत्र

आईएएस कैसे बने – इसके लिए याद रखने योग्य कुछ महत्वपूर्ण बातें


ये याद रहे कि आईएएस की परीक्षा में  विषयों का चयन एक अतिमहत्वपूर्ण चरण होता है |  इसी पर आपकी तैयारी व सफलता निर्धारित होती है, अत: विषय चुनते समय स्वयं ही निर्णय लें क्योंकि किसी भी विषय का अध्ययन असंभव नही है, अपितु अभ्यार्थी की उस विषय में रुचि ही सफलता पाने का प्रथम व मूलभूत आधार है। सिविल सेवा परीक्षा का पाठ्यक्रम  काफी बड़ा होता है | इसके विशाल होने के कारण हमें वर्ष भर अध्ययन करना होगा, और इसलिए  आपको इस योजना को सफल बनाने के लिये कठिन और लगातार  प्रयास करने होंगे और इसी से आप इस विशालकाय पाठ्यक्रम को सफलता पूर्वक पूरा कर सकेंगे। इसलिये अध्ययन अवधी को धीरे-धीरे बढ़ाये और परीक्षापयोगी तथ्यों का रट्टा मारने के बजाय उसकी विषयवस्तु को समझें और अपनी  समझ को बढ़ायें तभी इस परीक्षा में सफलता पाना संभव हो सकता है।

आईएएस बनने के लिए आपको शुरुवात से ही प्रारंभिक और मुख्य दोनों परीक्षाओ के लिहाज़ से तैयारी करनी प्रारंभ  कर देनी चाहिए |

तो दोस्तों ये थी जानकारी कि आईएएस कैसे बने | इस लेख में अच्छे और अनुभवी लोगों के विचार समन्वित हैं जिन्हें अलग अलग वेबसाइट से भी लिया गया है |

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आप अपने लक्ष्य की ओर बढ़ें, शुभकामनाएँ! 😊

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