“अंतरराष्ट्रीय संबंध” (Political Science and International Relations – PSIR) एक ऐसा विषय है जिसने कई UPSC टॉपर्स की सफलता की कहानी में अहम भूमिका निभाई है। शक्ति दुबे (AIR-1, UPSC 2024) और हर्षिता गोयल (AIR-2, UPSC 2024) जैसे होनहारों ने इसे अपना वैकल्पिक विषय (Optional Subject) चुना और शानदार रैंक हासिल की।
UPSC टॉपर्स की पसंद — अंतरराष्ट्रीय संबंध” (Political Science and International Relations – PSIR)
अंतरराष्ट्रीय संबंध (International Relations) जिसे हम संक्षेप में PSIR (Political Science and International Relations) भी कहते हैं, एक सामाजिक विज्ञान की शाखा है जो देशों, संगठनों, और वैश्विक शक्तियों के बीच संबंधों का अध्ययन करती है।
यह विषय न केवल राजनीति विज्ञान का एक प्रमुख भाग है, बल्कि यह वैश्विक स्तर पर शांति, संघर्ष, कूटनीति, युद्ध, मानवाधिकार और अंतरराष्ट्रीय संगठनों की भूमिका को भी समझने में मदद करता है।
📘 PSIR का पूरा नाम क्या है?
PSIR का पूरा नाम है Political Science and International Relations। यह विषय विशेष रूप से UPSC सिविल सेवा परीक्षा (IAS) में वैकल्पिक विषय के रूप में लोकप्रिय है।
🔍 अंतरराष्ट्रीय संबंध क्यों पढ़ना चाहिए?
- वैश्विक राजनीति की समझ: यह विषय हमें बताता है कि कैसे देश एक-दूसरे के साथ काम करते हैं या टकराते हैं।
- UPSC की तैयारी में सहायक: PSIR एक स्कोरिंग वैकल्पिक विषय है जो GS पेपर्स के साथ भी ओवरलैप करता है।
- करियर के अवसर: विदेश सेवा (IFS), रिसर्च, नीति निर्माण, थिंक टैंक, पत्रकारिता आदि क्षेत्रों में लाभकारी।
🏛️ PSIR के प्रमुख विषय
PSIR को दो भागों में बांटा गया है:
1. राजनीति विज्ञान (Political Science):
- भारतीय राजनीति
- राजनीतिक सिद्धांत
- राजनीतिक विचारक (गांधी, मैकियावेली, प्लेटो आदि)
- संविधान और शासन प्रणाली
2. अंतरराष्ट्रीय संबंध (International Relations):
- अंतरराष्ट्रीय सिद्धांत (Realism, Liberalism, etc.)
- भारत की विदेश नीति
- वैश्विक संगठन (UN, WTO, IMF)
- समकालीन मुद्दे (Russia-Ukraine युद्ध, चीन की विदेश नीति, आदि)
📝 PSIR कैसे पढ़ें?
- NCERT से शुरुआत करें – कक्षा 11 और 12 की राजनीति विज्ञान की पुस्तकें।
- स्टैंडर्ड किताबें पढ़ें जैसे कि Andrew Heywood, V.N. Khanna, और Shubhra Ranjan की नोट्स।
- समाचार और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं पर नजर रखें – जैसे The Hindu, Indian Express, और Rajya Sabha TV।
- आंसर राइटिंग का अभ्यास करें – UPSC में उत्तर लिखने की कला बहुत जरूरी होती है।
📚 UPSC में PSIR क्यों चुनें?
- सिलेबस सीमित और स्पष्ट है
- समाचारों से संबंध – समसामयिक मुद्दों से विषय का संबंध बनाना आसान है
- Optional और GS में ओवरलैप
- IFS उम्मीदवारों के लिए विशेष लाभ
✅ निष्कर्ष
अंतरराष्ट्रीय संबंध (PSIR) केवल एक शैक्षणिक विषय नहीं है, बल्कि यह हमें विश्व को समझने और उसमें सक्रिय भूमिका निभाने का मौका देता है। UPSC के दृष्टिकोण से यह विषय आपको न केवल अच्छे अंक दिला सकता है, बल्कि एक वैश्विक दृष्टिकोण भी प्रदान करता है।
यदि आप UPSC या किसी अन्य प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो PSIR को गंभीरता से लेने का यह सही समय है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
PSIR का पूरा नाम क्या है?
PSIR का पूरा नाम Political Science and International Relations (राजनीति विज्ञान और अंतरराष्ट्रीय संबंध) है। यह UPSC में एक लोकप्रिय वैकल्पिक विषय है।
क्या PSIR UPSC के लिए एक अच्छा विकल्प है?
हाँ, PSIR UPSC के लिए एक बेहतरीन वैकल्पिक विषय है क्योंकि इसका सिलेबस सीमित, स्पष्ट है और यह General Studies (GS) पेपर के साथ काफी हद तक ओवरलैप करता है।
PSIR विषय किसे चुनना चाहिए?
PSIR उन छात्रों के लिए उपयुक्त है जिन्हें राजनीति, अंतरराष्ट्रीय घटनाएं, विदेश नीति और समसामयिक मुद्दों में रुचि है। विशेष रूप से IFS की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के लिए यह उपयोगी है।
PSIR की तैयारी के लिए कौन-सी किताबें पढ़नी चाहिए?
PSIR की तैयारी के लिए NCERT (Class 11-12), Andrew Heywood की किताबें, V.N. Khanna और Shubhra Ranjan के नोट्स प्रमुख स्रोत हैं।
क्या PSIR विषय GS पेपर में मदद करता है?
जी हाँ, PSIR के कई टॉपिक्स GS Paper 2 (Governance, International Relations) और GS Paper 4 (Ethics) में मदद करते हैं।
क्या PSIR के साथ IFS (Indian Foreign Service) के चयन में फायदा होता है?
बिल्कुल, PSIR विदेश नीति और अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर केंद्रित होने के कारण IFS उम्मीदवारों के लिए लाभकारी होता है।
PSIR में कौन-कौन से प्रमुख टॉपिक्स आते हैं?
PSIR में दो भाग होते हैं:
- राजनीति विज्ञान: भारतीय राजनीति, राजनीतिक सिद्धांत, विचारक, संविधान।
- अंतरराष्ट्रीय संबंध: भारत की विदेश नीति, वैश्विक संगठन, अंतरराष्ट्रीय सिद्धांत, समकालीन घटनाएं।
PSIR की तैयारी कब और कैसे शुरू करनी चाहिए?
PSIR की तैयारी आप NCERT से शुरू कर सकते हैं। इसके बाद स्टैंडर्ड बुक्स पढ़ें, नोट्स बनाएं और उत्तर लेखन का अभ्यास करें। करेंट अफेयर्स से जुड़े रहना भी जरूरी है।
क्या PSIR एक स्कोरिंग वैकल्पिक विषय है?
हाँ, PSIR एक स्कोरिंग विषय माना जाता है। सही रणनीति और उत्तर लेखन के अभ्यास से इसमें अच्छे अंक प्राप्त किए जा सकते हैं।
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