यूपीएससी टॉपर शक्ति दुबे: प्रयागराज की बेटी बनी देश की नंबर 1, जानिए सफलता की पूरी कहानी
मंगलवार को जैसे ही संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सिविल सेवा परीक्षा 2024 के परिणाम घोषित किए, प्रयागराज की शक्ति दुबे सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगीं। यूट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम और X (पूर्व में ट्विटर) पर हर जगह उनका नाम छाया हुआ है। दरअसल, शक्ति दुबे ने यूपीएससी 2024 में ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल कर देशभर में अपने परिवार, शहर और राज्य का नाम रौशन कर दिया।
बलिया की बेटी, प्रयागराज की शान
शक्ति दुबे मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बलिया जिले की रहने वाली हैं, लेकिन उनका परिवार इस समय प्रयागराज के यमुनापार स्थित सोमेश्वर नगर में रहता है। उनके पिता, देवेंद्र दुबे, प्रयागराज पुलिस में डीसीपी ट्रैफिक के पेशकार हैं। शक्ति तीन बहनों और एक भाई में दूसरे नंबर पर हैं।
शिक्षा से सफलता तक का सफर
शक्ति की प्रारंभिक शिक्षा प्रयागराज के एसएमसी, घूरपुर से हुई। इसके बाद उन्होंने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से बीएससी किया, जिसमें वह टॉपर रहीं। अपनी शिक्षा को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने बीएचयू, वाराणसी से बायोकैमिस्ट्री में एमएससी किया।
साल 2018 में उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू की थी। यह उनका पांचवां प्रयास था और आखिरकार इस प्रयास में उन्होंने देशभर में टॉप कर दिखा दिया।
क्या था शक्ति का ऑप्शनल सब्जेक्ट?
एक मॉक इंटरव्यू के दौरान शक्ति ने बताया कि उन्होंने UPSC परीक्षा में राजनीति विज्ञान और अंतरराष्ट्रीय संबंध (PSIR) को वैकल्पिक विषय के रूप में चुना था। यही विषय उनकी सफलता की एक बड़ी कुंजी बना।
ANI से बातचीत में क्या कहा?
न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए शक्ति ने कहा, “यह मेरी कई सालों की मेहनत का नतीजा है। रिजल्ट आने के बाद मुझे कुछ समय के लिए यकीन ही नहीं हुआ। पिछले साल मैं इंटरव्यू के बाद सिर्फ 12 अंकों से कट-ऑफ से चूक गई थी। तब भी उम्मीद थी, लेकिन रैंक 1 कभी कल्पना में भी नहीं था।”
टॉप करने के बाद सबसे पहले क्या किया?
शक्ति ने बताया, “रिजल्ट आते ही सबसे पहले मैंने अपने पापा को फोन किया और फिर मम्मी को। मेरी सफलता उन्हीं की दुआओं और समर्थन का नतीजा है।”
प्रेरणा बन रहीं शक्ति
शक्ति दुबे की कहानी हजारों यूपीएससी अभ्यर्थियों के लिए एक प्रेरणा है। उनका संघर्ष, समर्पण और धैर्य यह साबित करता है कि मेहनत और लगन से कुछ भी संभव है।
शक्ति दुबे आज सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि उस जुनून का प्रतीक बन चुकी हैं, जो सपनों को सच्चाई में बदलने का हौसला रखता है। यूपीएससी 2024 की यह टॉपर आने वाले समय में एक शानदार अफसर बनकर देश की सेवा करेंगी।