राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (एनएससी) के मुख्य कार्यकारी एवम् भारत के प्रधान मंत्री के राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के प्राथमिक सलाहकार होते है। NSA ka Full Form kya hai – National Security Advisor राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार – आज हम ये जानने का प्रयास करेंगे कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) का पद क्या होता है ?राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) के क्या अधिकार और कर्त्तव्य होते हैं | राष्ट्रिय सुरक्षा में क्या योगदान होता है ?
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एनएसए (NSA) क्या होता है ?
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (NSC) का वरिष्ठ अधिकारी होता है. NSA; राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा नीति पर भारत के प्रधानमंत्री के मुख्य सलाहकार के रूप में काम करता है.देश की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद का नेतृत्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार द्वारा किया जाता है।। यह एक कार्यकारी सरकारी संस्था है। इसका गठन 19 नवंबर, 1998 को किया गया था। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ( नेशनल सिक्योरिटी कौंसिल ) का वरिष्ठ अधिकारी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार होता है । देश के प्रधानमंत्री को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा नीति और मामलों पर सलाह देता है और एक रणनीतिकार सलाहकार के तौर पर अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करता है
NSA की नियुक्ति कैबिनेट की नियुक्ति समिति (ACC) द्वारा की जाती है. इस समिति की अध्यक्षता भारत के प्रधानमंत्री करते हैं.
NSA ka Full Form kya hai एनएसए का फुल फॉर्म क्या होता है ?
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) – NSA – National Security Advisor होता है
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के कार्य (Functions of National Security Advisor)
- राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) भारत के प्रधानमंत्री को भारत के लिए बाहरी और आंतरिक सुरक्षा खतरों से संबंधित सभी मामलों पर सलाह देता है.
- राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA); सभी खुफिया रिपोर्ट प्राप्त करता है और उन्हें प्रधानमंत्री के सामने पेश करता है. NSA, भारत के प्रधानमंत्री की ओर से रणनीतिक और संवेदनशील मुद्दों पर आयोजित राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बैठकों में भाग लेता है.
भारत का NSA; चीन, पाकिस्तान और इजरायल के साथ सुरक्षा मामलों पर प्रधानमंत्री के विशेष दूत के रूप में भी कार्य करता है. आपने देखा होगा कि एनएसए, आधिकारिक विदेशी और राजकीय यात्राओं पर प्रधानमंत्री के साथ जाता है. - यदि किसी देश के ऊपर भारत को हमला करने की जरुरत पड़ेगी तो इसके लिए भारत के प्रधानमंत्री के अलावा एक और सीक्रेट कोड होता है, जो कि देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के पास होता है| इस कोड को डालने के बाद ही किसी देश पर परमाणु हमला किया जा सकता है|
- विभिन्न ऑपरेशनों के लिए भारत का क्या रवैया होना चाहिए इस बारे में उचित कार्रवाई करने के लिए प्रधान मंत्री को सलाह देना है|
- मूल रूप से एनएसए का कार्य प्रधानमंत्री के आदेश और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की सलाह लेकर देश के ऊपर आने वाले सभी खतरों का किस प्रकार से सामना करना है इस बारे में फैंसला लेना होता है.
- कई बार राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को भारत की विदेश नीति को ठीक करने के लिए भी प्रधानमन्त्री की तरफ से प्रतिनिधि बनाकर विदेश भेजा जाता है| जैसा कि कुछ समय पहले अजीत डोभाल, चीन के साथ सीमा विवाद निपटने के लिए चीन की यात्रा पर गये थे|
NDRF की पूरी जानकारी हिंदी में पाएं
भारत के वर्तमान एनएसए; अजीत डोभाल को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है और उन्हें प्रति माह 1,62,500 रुपये का वेतन मिलता है.
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों (NSA) की सूची
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की सूची इस प्रकार है;
नाम | कार्यकाल | प्रधानमन्त्री |
1. ब्रजेश मिश्र (IFS) | नवम्बर 1998 से 22 मई 2004 | अटल बिहारी वाजपेयी |
2.J. N. दीक्षित (IFS) | 23 मई 2004 से 3 जनवरी 2005 | मनमोहन सिंह |
3.M. K. नारायणन (IPS) | 3जनवरी 2005 से 23 जनवरी 2010 | मनमोहन सिंह |
4. शिवशंकर मेनन (IFS) | 24 जनवरी 2010 से 28 मई 2014 | मनमोहन सिंह |
5. अजीत डोभाल (IPS) | 30 मई 2014 से वर्तमान तक | नरेंद्र मोदी |
अजीत डोभाल से पहले; राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के पद पर 4 व्यक्तियों को नियुक्त किया गया था. श्री ब्रजेश मिश्रा; भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी नवंबर 1998 में पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा नियुक्त भारत के पहला राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार थे जो 22 मई 2004 तक अपने पद पर रहे थे.