दोस्तों इस पोस्ट में हमें ही बात करने वाले हैं भारत में कितने रामसर स्थल हैं , रामसर स्थल क्या है और विश्व में कितने रामसर स्थल हैं और और उत्तर प्रदेश में कितने रामसर स्थल हैं– रामसर संधि 1971 Ramsar Site In India रामसर आर्द्रभूमि समझौते (Ramsar Convention on Wetlands) पर 2 फरवरी, 1971 में इरान के कैप्सियन सागर के तट पर स्थित शहर रामसर में हस्ताक्षर किये गये थे. इसलिए इसे रामसर संधि कहा जाता है. कुछ लोग इस संधि को आर्द्रभूमि संधि (Wetland Convention) भी कहते हैं.यह 1975 में लागू हुई.इस संधि का औपचारिक नाम है – अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व, विशेषकर जल पक्षी आवास के रूप में आर्द्रभूमियों के विषय में संधि. यह एक अंतर-सरकारी संधि है जो आर्द्रभूमि के संरक्षण और समुचित उपयोग के सम्बन्ध में मार्गदर्शन प्रदान करती है.
विश्व आर्द्रभूमि समझौते पर भारत ने कब हस्ताक्षर किए
भारत ने 1982 में इस संधि पर हस्ताक्षर किए.
भारत में आर्द्रभूमि के संरक्षण के मामलों के लिए केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु-परवर्तन मंत्रालय नोडल मंत्रालय घोषित है.
विदित हो कि भारत में सम्पूर्ण भूमि के 4.7% पर आर्द्रभूमि फैली हुई है.
भारत में कितने रामसर स्थल हैं- Total Wetland Ramsar Sites in India
वर्ष 2019 और 2020 में भारत के कई भौगोलिक स्थलों को रामसर साइट घोषित किया गया है|भारत में अब 42 रामसार स्थल हैं।”
उत्तर प्रदेश में कितने रामसर स्थल हैं- Total Wetland Ramsar Sites in Uttar Pradesh
उत्तर प्रदेश में कुल रामसर स्थलों की की संख्या आठ है
भारतीय संविधान के भाग की पूरी जानकारी
2019 कौन 10 नए स्थल जोड़े गये हैं
नंदुर मदमेश्वर – महाराष्ट्र (1)
केशोपुर-मियानी, ब्यास संरक्षण रिजर्व और नांगल – पंजाब (3)
नवाबगंज, पार्वती आगरा, समान, समसपुर, सांडी और सरसई नवार –
उत्तर प्रदेश (6)
अन्य रामसर स्थल किन राज्यों में हैं?
राजस्थान, केरल, ओडिशा, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, असम, पश्चिम बंगाल, जम्मू-कश्मीर, आंध्र प्रदेश, मणिपुर, गुजरात, तमिलनाडु और त्रिपुरा.हाल ही में, महाराष्ट्र के बुलढाणा (Buldhana) जिले के लोनार झील और आगरा में सूर सरोवर (Soor Sarovar) को रामसर संरक्षण संधि के तहत अंतरराष्ट्रीय महत्व के आर्द्रभूमि स्थल के रूप में चुना गया है. लोनार झील का निर्माण कई हजार साल पहले बेसाल्ट बेडरोल पर उल्कापिंड के प्रभाव से हुआ था. यहीं आपको बता दें कि इस वर्ष की शुरुआत में करबरतल वेटलैंड (Kabartal Wetland ) (बिहार) और असान संरक्षण रिजर्व (Asan Conservation Reserve, Uttarakhand) को रामसर साईटके रूप में नामित किया गया था.
लद्दाख की ‘स्तार्तासापुक सो’ और ‘सो कर’ झील को रामसार आर्द्रभूमि की सूची में शामिल किया गया
रामसार प्रस्ताव संधि के तहत अंतरराष्ट्रीय महत्व के स्थलों की सूची में भारत की एक और आर्द्रभूमि को शामिल किया गया है। इसके साथ ही अब देश में इस प्रकार की आर्द्रभूमि की संख्या 42 हो गई है जो दक्षिण एशिया में सर्वाधिक है। इस सूची में लद्दाख स्थित आपस में जुड़ी हुई दो झीलों ‘स्तार्तासापुक सो’ और ‘सो कर’ की आर्द्रभूमि को शामिल किया गया है। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने ट्वीट किया, “लद्दाख के चांगथांग क्षेत्र में स्थित आर्द्रभूमि को अंतरराष्ट्रीय महत्व की आर्द्रभूमि की सूची में शामिल किया गया है। इस क्षेत्र में दो झीलें आपस में जुड़ी हैं। ‘स्तार्तासापुक सो’ मीठे पानी की झील है और ‘सो कर’ का पानी खारा है। भारत में अब 42 रामसार स्थल हैं।” पिछले महीने महाराष्ट्र की लोनार झील और आगरा की सुर सरोवर झील को रामसार स्थलों की सूची में शामिल किया गया था। इससे पहले बिहार के बेगूसराय जिले में स्थित कबरताल झील को रामसार प्रस्ताव के तहत अंतरराष्ट्रीय महत्व की आर्द्रभूमि की सूची में शामिल किया गया था। केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय के अनुसार, राज्य में यह पहला स्थल है जिसे इस सूची में शामिल किया गया है। इस साल अक्टूबर में उत्तराखंड के देहरादून स्थित ‘असन कंजर्वेशन रिजर्व’ को सूची में शामिल किया गया। भारत में अन्य रामसार स्थलों में ओडिशा की चिल्का झील, राजस्थान का केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान, पंजाब की हरिके झील, मणिपुर की लोकटक झील और जम्मू कश्मीर की वुलर झील शामिल है। आर्द्रभूमि की पारिस्थितिकी के संरक्षण के लिए 1971 में ईरान के रामसार शहर में प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किये गए थे।
विश्व आर्द्रभूमि दिवस Wetland day कब मनाया जाता है
हर वर्ष 2 फरवरी को विश्व आर्द्रभूमि दिवस या इंटरनेशनल वेटलैंड डे मनाया जाता है
वेटलैंड क्यों महत्वपूर्ण हैं?
- वेटलैंड्स भोजन, पानी, फाइबर, भूजल रिचार्जिंग, जल शोधन, बाढ़ मॉडरेशन, कटाव नियंत्रण और जलवायु विनियमन जैसे महत्वपूर्ण संसाधनों और पारिस्थितिकी तंत्र के लाभ की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करते हैं।
- वे वास्तव में, पानी का एक बड़ा स्रोत हैं और मीठे पानी की हमारी मुख्य आपूर्ति आर्द्रभूमि से आती है, जो वर्षा को सोखने और ग्राउंड वॉटर को रिचार्ज करने में मदद करती है।
- आर्द्रभूमि पर्यावरणीय, सामाजिक और आर्थिक सेवाओं की एक महत्वपूर्ण श्रेणी प्रदान करती है। कई आर्द्रभूमि महान प्राकृतिक सुंदरता के क्षेत्र हैं और कई लोग आदिवासी लोगों के लिए महत्वपूर्ण हैं।
- वेटलैंड्स उद्योग के लिए महत्वपूर्ण लाभ भी प्रदान करते हैं। उदाहरण के लिए, वे मछली और अन्य मीठे पानी और समुद्री जीवन के लिए नर्सरी बनाते हैं और ऑस्ट्रेलिया के वाणिज्यिक और मनोरंजक मछली पकड़ने के उद्योगों के लिए महत्वपूर्ण हैं। आर्द्रभूमि भूमि और जल के बीच की महत्वपूर्ण कड़ी है।
विश्व में कितने रामसर स्थल है- Total Ramsar Wetlands in the World
विश्व में कुल 2412 रामसर आद्र भूमि स्थल है
तो दोस्तों यह भी जानकारी के विश्व में भारत में और उत्तर प्रदेश में कितने रामसर स्थल है|