ऑपरेशन सिन्दूर में भारतीय सैन्य बलों ने पाकिस्तान के छक्के छुड़ा दिए | चाहे वो भारतीय थल सेना हो या भारतीय वायु सेना या फिर भारतीय जल सेना | सेना के तीनो ही अंगो ने इस ऑपरेशन में पाकिस्तान को सबक सिखाया | इन तीनो सेनाओ के अतिरिक्त एक और भी सैन्य बल है जिसने ऑपरेशन सिन्दूर में पूरी तरीके से भागीदारी की और पाकिस्तान को हर मोर्चे पर शिकस्त दी | वैसे तो इसे पुलिस बल के रूप में जाना जाता है मगर इसके कार्य और बलिदान सेना से कहीं कम नहीं हैं | जी हां हम बात कर रहे हैं सीमा सुरक्षा बल (Border Security Force) BSF की जो पाकिस्तान की सीमा के अधिकतर भाग पर तैनात है और जिसके शौर्य की प्रशंसा स्वयं भारतीय थल सेना के जनरल ने की | भारत की सीमा सुरक्षा में बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) की भूमिका बेहद अहम होती है। ये फोर्स 1 दिसंबर 1965 को स्थापित हुई थी और भारत-पाकिस्तान तथा भारत-बांग्लादेश की सीमाओं की रक्षा का दायित्व संभालती है। ऑपरेशन सिंदूर जैसे मिशनों में BSF जवान भारतीय सेना के साथ मिलकर सीमाओं की कड़ी निगरानी करते हैं और देश की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं।
सीमा सुरक्षा बल (Border Security Force) BSF आंतरिक सुरक्षा , नक्सल , जैसी समस्याओं से निपटने में भी कुशल है | BSF की क्रीक क्रोकोडायल कमांडो जैसी यूनिट कच्छ के रन में अपनी सेवाओं को लगातार दे रही है | राजस्थान के रेतीले मरुस्थल , कश्मीर के दुर्गम पहाड़ , पूर्वोत्तर की आतंरिक चुनौतियाँ , बांग्ला देश सीमा , अटारी बॉर्डर हर जगह BSF ने अपनी सर्वोच्च सेवाएं दी हैं जिसके लिए देश का हर नागरिक आभारी
BSF की सेवा की जिम्मेदारियां
- सीमा सुरक्षा: BSF का मुख्य कार्य भारत की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं की सुरक्षा करना है। वे घुसपैठ, तस्करी, आतंकवादी गतिविधियों को रोकने में प्रमुख भूमिका निभाते हैं।
- भीतरी सुरक्षा: सीमा के अंदर कानून-व्यवस्था बनाए रखना, आवश्यकतानुसार भीतरी सुरक्षा प्रदान करना।
- आपदा प्रबंधन: प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़, भूकंप में राहत एवं बचाव कार्य में सहायता देना।
- शांति स्थापना: भीड़ नियंत्रण, प्रदर्शन, और सामूहिक हिंसा को रोकने में सहायता करना।
- सहयोग: अन्य सुरक्षा एजेंसियों और स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर कार्य करना।
BSF के पद और उनकी भूमिका
1. गैजेटेड ऑफिसर (Gazetted Officers):
- डायरेक्टर जनरल (DG): BSF के सर्वोच्च अधिकारी, पूरी फोर्स का नेतृत्व करते हैं।
- स्पेशल डायरेक्टर जनरल (SDG) और अडिशनल डायरेक्टर जनरल (ADG): फोर्स के विभिन्न क्षेत्रों या ऑपरेशनों के प्रभारी।
- इंस्पेक्टर जनरल (IG) और डेप्युटी इंस्पेक्टर जनरल (DIG): विभिन्न सेक्टरों और जोन का प्रबंधन।
- कमांडेंट ,सेकंड इन कमांडेंट , डिप्टी कमांडेंट, और असिस्टेंट कमांडेंट: बटालियन या कंपनियों का नेतृत्व करते हैं।
2. सबऑर्डिनेट ऑफिसर (Subordinate Officers):
- सबेदार मेजर, सबेदार, नायब सबेदार: इनकी जिम्मेदारी जवानों की भलाई, प्रशिक्षण और अनुशासन बनाए रखना है। वे कमांडेंट की सहायता करते हैं।
3. नॉन-गैजेटेड ऑफिसर और कांस्टेबल:
- इंस्पेक्टर, सब-इंस्पेक्टर, हेड कांस्टेबल, कांस्टेबल: ये मुख्य रूप से सीमाओं पर तैनात रहते हैं, गश्त करते हैं और रोज़मर्रा की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं।
BSF ऑफिसर रैंक और जिम्मेदारियाँ (Commissioned Officer Ranks)
क्रम | पद | विवरण |
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1 | डायरेक्टर जनरल (DG) | BSF का सर्वोच्च अधिकारी, संपूर्ण कमान और रणनीतिक निर्णयों का प्रभारी। |
2 | स्पेशल डायरेक्टर जनरल (SDG) | DG की सहायता करते हैं, खास क्षेत्रों की देखरेख करते हैं। |
3 | अडिशनल डायरेक्टर जनरल (ADG) | प्रशासनिक और रणनीतिक पहलुओं को लागू करने में मदद करते हैं। |
4 | इंस्पेक्टर जनरल (IG) | एक क्षेत्र का नेतृत्व, संचालन और शांति बनाए रखना। |
5 | डेप्युटी इंस्पेक्टर जनरल (DIG) | IG की सहायता में संचालन और अनुशासन बनाए रखते हैं। |
6 | कमांडेंट (CO) | एक यूनिट का नेतृत्व, संचालन और संसाधन प्रबंधन। |
7 | सेकेंड-इन-कमांड (2IC) | कमांडेंट के सहायक, प्रशासनिक कार्यों में सहयोग। |
8 | डेप्युटी कमांडेंट (DC) | यूनिट या सब-यूनिट में कार्यों का समन्वय और पर्यवेक्षण। |
9 | असिस्टेंट कमांडेंट (AC) | एंट्री-लेवल ऑफिसर, संचालन और टीम प्रबंधन की जिम्मेदारी। |
10 | इंस्पेक्टर | टीम का नेतृत्व, अनुशासन और कार्यों की निगरानी। |
11 | सब-इंस्पेक्टर (SI) | कार्यों की निगरानी, सलाह और अनुशासन बनाए रखना। |
12 | असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (ASI) | SI की सहायता, संचालन व प्रशासनिक कार्यों में सहयोग। |
13 | हेड कांस्टेबल (HC) | कांस्टेबल की टीम का नेतृत्व। |
14 | सीनियर कांस्टेबल (SC) | अनुभव और जिम्मेदारी में अधिक, टीम का मार्गदर्शन। |
15 | कांस्टेबल | प्रारंभिक पद, बॉर्डर पर सुरक्षा जिम्मेदारियों का निर्वहन। |
BSF नॉन-कमीशंड ऑफिसर रैंक (NCO Ranks)
क्रम | पद | विवरण |
---|---|---|
1 | हवलदार | सैनिकों की टीम का प्रबंधन और प्रशिक्षण। |
2 | नायक | वरिष्ठ अधिकारी के आदेशों का पालन, अनुशासन बनाए रखना। |
3 | लांस नायक | प्रारंभिक स्तर का सैनिक, प्रशिक्षण व कार्यों में सहायक। |
4 | सिपाही (Sepoy) | सबसे निम्न रैंक, बुनियादी सैन्य प्रशिक्षण और जिम्मेदारियाँ निभाना। |
BSF सैलरी ब्रेकडाउन (Monthly In-Hand Salary)
पद | वेतन (₹ प्रतिमाह) |
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स्पेशल डायरेक्टर जनरल | ₹ 1,05,000 |
अडिशनल डायरेक्टर जनरल | ₹ 1,05,000 |
इंस्पेक्टर जनरल | ₹ 95,000 |
डेप्युटी इंस्पेक्टर जनरल | ₹ 85,000 |
कमांडेंट | ₹ 82,000 |
सेकेंड-इन-कमांड | ₹ 73,000 |
डेप्युटी कमांडेंट | ₹ 65,000 |
असिस्टेंट कमांडेंट | ₹ 52,000 |
सुबेदार मेजर | ₹ 45,000 |
इंस्पेक्टर | ₹ 40,000 |
सब-इंस्पेक्टर | ₹ 35,000 |
असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर | ₹ 31,000 |
हेड कांस्टेबल | ₹ 27,000 |
कांस्टेबल | ₹ 23,000 |
BSF वेतन पे बैंड (Pay Bands)
पे बैंड | पद | वेतन सीमा (₹) |
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Band 1 | कांस्टेबल, ASI | ₹ 5,200 – ₹ 20,000 |
Band 2 | SI, इंस्पेक्टर, सुबेदार | ₹ 9,300 – ₹ 34,800 |
Band 3 | AC, DC, 2IC | ₹ 15,600 – ₹ 39,100 |
Band 4 | CO, DIG, IG, ADG, SDG | ₹ 37,400 – ₹ 67,000 |
BSF भत्ते और लाभ
BSF अपने कर्मचारियों को केंद्रीय मानकों से अधिक लाभ प्रदान करती है:
- दुर्गम क्षेत्र भत्ता
- आवास भत्ता (HRA)
- यात्रा भत्ता
- मेडिकल सुविधा
- पेंशन और भविष्य निधि (PF)
- कैंटीन सुविधा (CSD)
- राशन भत्ता
- दैनिक भत्ता
- विशेष जोखिम भत्ता
- कठिनाई भत्ता (Hardship Allowance)
ये भत्ते ₹6,000 से ₹25,000 प्रतिमाह तक हो सकते हैं और यह स्थान, मौसम और खतरे की स्थिति पर निर्भर करता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
Q1. BSF में प्रोन्नति कैसे होती है?
👉 योग्यता, अनुभव, प्रदर्शन और परीक्षा के आधार पर।
Q2. उच्च पदाधिकारियों को अतिरिक्त भत्ते मिलते हैं क्या?
👉 हां, जैसे HRA, ऑपरेशनल भत्ता, डिफेंस अलाउंस आदि।
Q3. क्या बीएसएफ कर्मियों को पेंशन मिलती है?
👉 जी हां, सेवा की अवधि पूरी होने पर पेंशन और ग्रेच्युटी मिलती है।
Q4. क्या बीएसएफ सामाजिक सेवा में शामिल होती है?
👉 हां, BSF कई बार बाढ़ राहत, कोरोना सेवा, और स्कूल निर्माण जैसे कार्यों में शामिल होती है।
ऑपरेशन ‘सिंदूर’ के दौरान सीमा सुरक्षा बल (BSF) की सहायक कमांडेंट नेहा भंडारी ने जिस अद्वितीय साहस, नेतृत्व और अटूट संकल्प का प्रदर्शन किया, वह पूरे देश के लिए एक प्रेरणादायक मिसाल बन गया है। BSF की सब-इंस्पेक्टर सुमन कुमारी सीमा सुरक्षा बल की पहली महिला स्नाइपर बन गई हैं.