दोस्तों आज की इस पोस्ट में हम आपको बेहतरीन टॉपिक के बारे में बताने जा रहे हैं | आज हम आपको बताएँगे कि RAW एजेंट कैसे बने –  रॉ कैसे ज्वाइन करें – RAW में ऑफिसर कैसे बने  -How to Be RAW Agent Hindi- How to Join RAW – Research & Analysis Wing – भारतीय ख़ुफ़िया एजेंसी रॉ में कैसे जाएँ |  सबसे पहले हम बात करेंगे कि रॉ क्या है  What is RAW in Hindi. How to Be RAW Agent Hindi. आपने अक्सर फिल्मों में देखा होगा कि विदेशों में भारत की सुरक्षा के लिए कई अधिकारियों को अंडरकवर एजेंट के रूप में तैनात किया जाता है| दूसरे देशों के साथ राजनैतिक संबंध के साथ साथ कूटनीतिक संबंध को भी भारत सरकार ध्यान रखती है|

अगर विदेश की धरती पर भारत के खिलाफ कोई साजिश रची जा रही है तो उसकी सूचना भारत को प्राप्त होनी चाहिए| इसके लिए भारत ने अपनी एक स्पेशल विंग बना रखी है जिसका नाम है रिसर्च एंड एनालिसिस विंग जिसको हम शॉर्ट में RAW के नाम से जानते हैं

रॉ क्या है  What is RAW in Hindi –

RAW एजेंट कैसे बने – रॉ कैसे ज्वाइन करें – RAW में ऑफिसर कैसे बने -How to Be RAW Agent HindiRAW ( Research and Analysis Wing ) भारत की अंतराष्ट्रीय ख़ुफ़िया संस्था है या गुप्तचर संस्था है , जिसका निर्माण भारत के पडोसी देशों पर निगरानी रखने और उनकी ख़ुफ़िया जानकारियों को हासिल करने के लिए किया गया था, ताकि देश की बाहरी हमलों से रक्षा की जा सकें. इसे हिंदी में अनुसंधान और विश्लेषण स्कंध कहा जाता है. वैसे तो इसका निर्माण 1968 में चाइना ( China ) की जासूसी करने के लिए किया गया था मगर आज रॉ का कार्य क्षेत्र बहुत व्यापक है और भारतीय एकता और सुरक्षा में रॉ का अहम् योगदान है 

RAW का इतिहास

दोस्तों चलिए सब से पहले हम रॉ के बारे में जानकारी हासिल करते हैं कि रॉ का गठन कब और क्यों किया गया | RAW या रिसर्च एंड एनालिसिस विंग के गठन से पहले विदेशी जानकारी को जमा करने का काम इंटेलिजेंस ब्यूरो  IB या अन्वेषण ब्यूरो (आईबी) करती थी जिसका गठन अंग्रेजों ने किया था । १९३३ में विश्व में राजनैतिक अनिश्चितता को देखते हुए, जिसके चलते द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत हुई, और उस समय  इंटेलिजेंस ब्यूरो की रेस्पोंसिबिल्टी बढ़ा दी गयीं ताकि भारत के सीमावर्ती इलाकों से जानकारी इकठ्ठा की जा सके। और उसके बाद  १९४७ में स्वतंत्रता मिलने के बाद संजीवी पिल्लई ने आईबी के प्रथम भारतीय निदेशक के रूप में भूमिका संभाली. ब्रिटिशों के जाने के बाद मैनपावर में आई गिरावट के कारण पिल्लई ने ब्यूरो को एमआई५ का अनुसरण करते हुए चलाने का एक अच्छा प्रयास किया । १९४९ में पिल्लई ने एक छोटे विदेशी जानकारियों के ऑपरेशन को शुरू किया परन्तु १९६२ के भारत-चीन युद्ध में इसकी अक्षमता सामने आई।  विदेशी जानकारी का अभाव होना भारत चीन युध्द में भारत के हार का कारण था | सन १९६२ के दौरान सूचना तंत्रों की नाकामयाबी के कारण प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु ने एक विदेशी गुप्तचर संस्था के गठन का आदेश दिया। और इस तरह रॉ का गठन हुआ – १९६५ के भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद भारतीय थल सेना के सचिव (चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ) जनरल जयंता नाथ चौधरी ने और अधिक जानकारी इकठ्ठा करने की ज़रूरत बताई

रॉ का मोटो क्या है

भारतीय ख़ुफ़िया एजेंसी रॉ का मोटो “धर्मो रक्षति रक्षितः”  “Dharma Protects those who protect the Dharma” अर्थात तुम धर्म की रक्षा करो, धर्म तुम्हारी रक्षा करेगा” है..और इसी धर्म की रक्षा का कार्य करते है रॉ एजेंट्स..

RAW एजेंट कैसे बने –  रिसर्च एंड एनालिसिस विंग कैसे ज्वाइन करें 

रॉ की सीधी भर्ती- RAW में ऑफिसर कैसे बने  

अगर आप RAW में भर्ती होना चाहते हो तो आप Deputy Field Officer, Cabinet Secretariat, Government of India के फॉर्म को भरें. इसके अलावा आप National Academy of Administration से Entrance एग्जाम देकर भी अनुसंधान और विश्लेषण स्कंध से जुड़ सकते हो. SSC इस परीक्षा का आयोजन करता है 

 सिविल सर्विसिस की कठोर परिक्षा

शुरुआती दौर में इंडीयन मिलिट्री् सर्विसेज की ही अलग अलग इकाइयों से ऑफिसर  को चुना जाता था लेकिन रिसर्च एंड एनालिसिस ने एक नया प्रोग्राम बनाया है जिससे ज़्यादा से ज़्यादा टैलेंट को जगह मिल सके l लाल बहादुर शास्त्री नेशनल अकादमी ऑफ़ एडमिनिस्ट्रेशन से सिविल सर्विसेज की पढाई कर रहे IPS/IAS प्रशिक्षु भी RAW के लिए चुने जाते है l कोर्स खत्म होते ही RAW की टीम कैंपस रिक्रूटमेंट के लिए इस संस्था में आती है और कुछ साइकोलॉजिकल टेस्ट के बाद कैंडिडेट्स को ट्रेनिंग के लिए रखा जाता है जो की एक साल तक होती है और बाद में परफॉरमेंस को जज करते हुए इन्हे रॉ का हिस्सा बनाया जाता है

डिफेन्स सर्विसेज के ज़रिये भी RAW में जा सकते है

अगर सिविल सर्विसेज की परीक्षा क्लियर न हो रही हो तो आपके पास डिफेन्स का भी रास्ता मौजूद है RAW एजेंट बनने का l आप आर्म्ड फ़ोर्स में भी जा सकते है या एक सिविल अफसर की नौकरी कुछ साल करने के बाद आप रॉ के लिए दोबारा कोशिश कर सकते है या फिर वो लोग जो रॉ के कैंपस इंटरव्यू में फेल हो गए हो वो आर्म्ड फ़ोर्स के ज़रिये भी रॉ में कदम रख सकते है l मद्रास कैफे फिल्म में जॉन अब्राहम रहते तो आर्मी ऑफिसर हैं मगर काम करते हैं रॉ के लिए |

IB में भर्ती होकर भी ज्वाइन कर सकते हैं रॉ

आप IB या इंटेलिजेंस ब्यूरो से रॉ में जा सकते हैं | IB में SA या ACIO के तौर पर सीधी भर्ती होती है| इंटेलिजेंस ब्यूरो में असिस्टेंट सेंट्रल इंटेलिजेंस ऑफिसर के पद पर भारत का गृह मंत्रालय भर्ती करता है

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राॅ के लिए काम करने का सबसे अच्छा तरीका हैं UPSC पास करो और IPS या IFS पद पर कार्यरत हो जाईये | रॉ में अधिकारी आईपीएस या आर्म्ड फोर्सेज के अधिकारी ही प्रतिनियुक्त किये जाते हैं |

आपकी जानकारी के लिए दोस्तों बता दें कि रॉ की कोई वेबसाइट नहीं है | 

शुरूआती दौर में कुछ बेसिक ट्रेनिंग दी जाती है जिसमे विदेशी भाषा से लेकर अन्य ख़ुफ़िया एजेंसी जैसे मोसाद, सीआईए, आई एस आई द्वारा चलाये गए अभियानों के बारे में बताया जाता है l ट्रेनिंग में स्पेस टेक्नोलॉजी, इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी, फाइनेंसियल और इकनोमिक इनफार्मेशन, एनर्जी सिक्योरिटी और साइंटिफिक जानकारी से अवगत कराया जाता है l गुडगाँव के ट्रेनिंग एंड लैंग्वेज नाम की संस्था से कई अन्य भाषाओ को सिखाया जाता है जो की ट्रेनिंग का ही एक अहम हिस्सा है l

तो दोस्तों ये थी जानकारी की RAW एजेंट कैसे बने – रॉ कैसे ज्वाइन करें – RAW में ऑफिसर कैसे बने –How to Be RAW Agent Hindi– अगर आप को ये पोस्ट पसंद आई हो तो प्लीज इसे लाइक और शेयर ज़रूर करें – हमें बहुत ख़ुशी होगी

18 Responses

    1. विज्ञापन पर निर्भर करता है | कम से कम 50 प्रतिशत की अनिवार्यता हो सकती है

  1. मुझे रॉ एजेंट बनना है मेने ग्रेजुएशन कर लिया है प्लीज हेल्प करो

  2. I’am passed 12th class . so please tell me about raw. And want know about join raw and exam.
    Please sir me about raw.

  3. I proud of our army & defence system… Maine bhi NCC isi udesy ki… Ki sayad mai desh seva me apna ek wishes yogdaan de sakun… Magar hight kam hone ki wajah se mai army ya pera milltry me shamil nahi ho paya.. Hamare sainik job nahi karte balki kaam se bhi badhkar desh Sewa karte hain… Magar hamare desh ke muftkhor neta aur punjipati & Desdrohi log unke”shory” par hamesa ungli uthhate hain….. Jai hind🇮🇳🇮🇳🇮🇳
    …………… Dharmo raqchhati raqchhitah…………..

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